मैं आज भी तारे देख रहा हूँ बस जगह बदल गई है और एक बात और कि तब सारे ता... माता रमाई स्वर्ण थी पर जीवन की आग में तपकर वह कुंदन बन चुकी थीं । मो
मैं आज भी तारे देख रहा हूँ बस जगह बदल गई है और एक बात और कि तब सारे ता... माता रमाई स्वर्ण थी पर जीवन की आग में तपकर वह कुंदन बन चुकी थीं । मो